*नमस्कार*
*मित्रों, सुवर्ण की कीमत वैसे तो बहुत होती है , और यदि उस सोने से आभूषण बन जाए , तो कीमत और भी बढ़ जाती है।*
*क्या आप अपने बच्चों को सोना बनाना चाहते हैं , और सोने के बाद उन्हें आभूषण बनाना चाहते हैं ? जिन्हें समाज में सब लोग चाहें, उनको पसंद करें , उनकी कीमत समझें, उनको सम्मान देवें, वे सब प्रकार से सुखी हो जाएँ।*
*यदि हमारी ऐसी ही चाहना हों, तो हमें वेदों के सिद्धांत का पालन करना होगा। वह सिद्धांत यह है कि, अपने बच्चों से प्रेम करें , उनका लालन पालन अवश्य करें , परंतु सीमा का ध्यान रखें । सीमा से अधिक लाड प्यार कदापि न करें।यदि अधिक लाड प्यार करेंगे , तो आपके बच्चे बिगड़ेंगे और उनके जीवन में निखार नहीं आएगा। वे स्वर्ण तथा आभूषण वाली योग्यता प्राप्त नहीं कर पाएंगे|*
*इसलिए अपने बच्चों को स्वर्ण तथा आभूषण बनाने के लिए उनको प्रेमपूर्वक उपदेश करें। यदि उनके कल्याण के लिए आप उपदेश करते हैं , बार-बार उपदेश करने पर भी वे उन उपदेशों पर आचरण नहीं करते हैं , तो उन्हें यथा उचित यथा योग्य मात्रा में डांट भी लगाएं । आवश्यकता पड़ने पर गलतियों के अनुसार उन्हें छोटे बड़े दंड भी देवें , तभी उनका कल्याण होगा । तभी वे सुवर्ण तथा आभूषण बन पाएंगे । तभी आपका तथा उनका जीवन सफल हो पाएगा |
*मुस्कुराते रहिये*
*मित्रों, सुवर्ण की कीमत वैसे तो बहुत होती है , और यदि उस सोने से आभूषण बन जाए , तो कीमत और भी बढ़ जाती है।*
*क्या आप अपने बच्चों को सोना बनाना चाहते हैं , और सोने के बाद उन्हें आभूषण बनाना चाहते हैं ? जिन्हें समाज में सब लोग चाहें, उनको पसंद करें , उनकी कीमत समझें, उनको सम्मान देवें, वे सब प्रकार से सुखी हो जाएँ।*
*यदि हमारी ऐसी ही चाहना हों, तो हमें वेदों के सिद्धांत का पालन करना होगा। वह सिद्धांत यह है कि, अपने बच्चों से प्रेम करें , उनका लालन पालन अवश्य करें , परंतु सीमा का ध्यान रखें । सीमा से अधिक लाड प्यार कदापि न करें।यदि अधिक लाड प्यार करेंगे , तो आपके बच्चे बिगड़ेंगे और उनके जीवन में निखार नहीं आएगा। वे स्वर्ण तथा आभूषण वाली योग्यता प्राप्त नहीं कर पाएंगे|*
*इसलिए अपने बच्चों को स्वर्ण तथा आभूषण बनाने के लिए उनको प्रेमपूर्वक उपदेश करें। यदि उनके कल्याण के लिए आप उपदेश करते हैं , बार-बार उपदेश करने पर भी वे उन उपदेशों पर आचरण नहीं करते हैं , तो उन्हें यथा उचित यथा योग्य मात्रा में डांट भी लगाएं । आवश्यकता पड़ने पर गलतियों के अनुसार उन्हें छोटे बड़े दंड भी देवें , तभी उनका कल्याण होगा । तभी वे सुवर्ण तथा आभूषण बन पाएंगे । तभी आपका तथा उनका जीवन सफल हो पाएगा |
*मुस्कुराते रहिये*
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